भिण्ड मध्य प्रदेश-: प्रशासन की अनदेखी के कारण कष्टदायक हालात में भटकते बेसहारा अज्ञात वृद्ध की मदद के लिए मसीहा बनकर राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता संतोष चौहान ने पुरजोर प्रयास किया तो आखिरकार उनको अपना घर आश्रम का ठिकाना मिल गया कुछ दिनों पूर्व दबोह थाना अंतर्गत देवरी तिराहे पर रोड किनारे घायल अवस्था में इन अज्ञात व्यक्ति के 20 दिन से खुले आसमान के नीचे फटे वस्त्रों में लावारिस हालत में लेटे होने की जानकारी संतोष चौहान को मिली थी मौके पर पहुंचकर संतोष चौहान ने डायल हंड्रेड की मदद से इन वृद्ध व्यक्ति को दबोह चिकित्सालय भिजवाया था लेकिन चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर द्वारा इनकी अनदेखी की गई और इनका उपचार नहीं किया गया 2 दिन तक यह लावारिस हालत में खुले आसमान के नीचे हॉस्पिटल के बाहर ही लेटे रहे पुनः जब संतोष चौहान को जानकारी लगी तो संतोष चौहान द्वारा इनके संबंध में एसडीएम महोदय को जानकारी दी गई एसडीएम महोदय के निर्देशानुसार दबोह हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर द्वारा इनको भिंड जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया यहां इनको उपचार सुविधा तो मिली लेकिन घायल अवस्था में ही 2 दिन बाद डिस्चार्ज कार्ड थमा कर बाहर कर दिया गया हॉस्पिटल में इनकी देखरेख कर रहे संतोष चौहान के गौ रक्षा संगठन के नगर अध्यक्ष रामपाल सिकरवार एवं पारथ सिकरवार (खेरौली) द्वारा संतोष चौहान को इनके डिस्चार्ज होने के संबंध में अवगत कराया गया जानकारी मिलने पर संतोष चौहान जिला अस्पताल भिंड पहुंचे और डॉ अजीत मिश्रा भिंड संपर्क कर उनको फिर एडमिट कराया इनके सुविधाजनक तरीके से रहने खाने पीने की व्यवस्था के लिए संतोष चौहान द्वारा सक्रिय प्रयास किया गया संभाग स्तर पर बेसहारा असहाय लोगों को रखने वाले आश्रमों की जानकारी जुटाई गई अजय शर्मा (अजनार) द्वारा डबरा में स्थित अपना घर आश्रम के बारे में जानकारी दी गई अजय शर्मा द्वारा आश्रम के संचालक मनीष पांडे को वृद्ध बेसहारा व्यक्ति के बारे में जानकारी से अवगत कराया गया तो आश्रम संचालक आश्रम में रखने के लिए तैयार हो गए और अपनी आश्रम की गाड़ी भिंड जिला अस्पताल भेजी अस्पताल प्रबंधन ने विधिवत रूप से डिस्चार्ज और सुपुर्दगी नामा बनाकर उक्त वृद्ध व्यक्ति को (अपना घर) आश्रम भेजा
भिण्ड -: संतोष चौहान के प्रयास से अपना घर आश्रम पहुंचे घायल बेसहारा वृद्ध

Image Credit: IndiaBelieveNews
Pankaj Sirothiya
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